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organic Amla ke fayde


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 आंवला के फायदेorganic-Amla-ke-fayde

आमला जंगलों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है एवं भारतवर्ष में इसकी ऑर्गेनिक खेती की जाती है इसका पेड़ झाड़ी नुमा होता है इस पर मैं जून में फूल की बोर आती है एवं बरसात में जुलाई अगस्त तक फल आ जाते हैं नवंबर दिसंबर में इसकी फल तोड़ने लायक हो जाते हैं इसके फलों को तोड़कर आंवला मुरब्बा आंवला कैंडी ड्राई अमला एवं ड्राई वाला से पाउडर भी तैयार किया जाता है जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं!
 समुद्र तल से 4500 फुट की ऊंचाई तक भी होता है इसकी ऑर्गेनिक फार्मिंग द्वारा खेती की जाती है इसके वृक्ष की पत्तियां इमली के वृक्ष जैसी होती हैं परंतु इसकी पत्तियां कुछ बड़ी होती हैं तथा सतपत्र कहलाती हैं" Amla ke fayde " benefits of indian gooseberry"आंवला रसायन में सर्वश्रेष्ठ है इसके सेवन से बुढ़ापा मनुष्य पर अपना प्रभाव नहीं डाल पाता है इसीलिए आयुर्वेद में इसे अमृत फल व धात्री फल कहा गया है आंवले का वृक्ष मध्य आकार तथा 20 से 25 फुट ऊंचा होता है इसका तना टेढ़ा-मेढ़ा होता है इसकी छाल हरि मठ मैली और परत छोड़ती हुई होती है पूर्ण ग्रंथ लंबा पत्र आयताकार पंख बात व्यवस्थित इमली के पत्तों की तरह है गुस्से में लगे होते हैं पुष्प दंड लंबा जिसमें छोटे-छोटे पीले रंग के फूल गुच्चो में लगे होते हैं फल गोलाकार आधे से 1 इंच व्यास के भूदेदार पीलापन लिए हरे और पकने पर लाल वर्ण के हो जाते हैं फलों पर 6 रेखाएं होती हैं फल के भीतर 6 कोटी बीज होता है फरवरी-मार्च में इस पर फूल लगने शुरू होते हैं तथा अक्टूबर से अप्रैल तक फल मिलते हैं 
रासायनिक संगठन= आंवले के फल में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसमें नारंगी के रस से 20 गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है आंवला में गैलिक एसिड टैनिक एसिड निर्यास शक्कर एलुमिन सैलूलोज तथा कैल्शियम पाए जाते हैं फाल्के कल्क और स्वरस मैं प्रति 100 ग्राम पाए जाने वाले घटक निम्न प्रकार हैं 
जल-81.2ml
प्रोटीन-0.5ml 
वसा-0.1ml 
फास्फोरस-0.02ml
कैल्शियम-0.05ml 
लोहा-1.2ml 
निकोटीनिक एसिड - 0.2ml 
ट्रेनिंग फल में 28 शाखा त्वक में 21 तने की छाल में 8.9 तथा पत्तों में 22% होता है बीजों से भूरे रंग का एक स्थिर तेल 16% निकलता है आंवला के फायदे गुण और धर्म- ग्राही मूत्ररल रक्त शोधक रुचिकर होने से आंवला अतिसार प्रमेह, दाह कामला अम्लपित, विस्फोटक पांडू रक्तपित्त बात रक्त बदकोष्ठ, अजीर्ण अरुचि स्वास खांसी आदि रोगों को नष्ट करता है दृष्टि को तेज करता है वीर्य को धारण करता है और वायु को वृद्धि करता है यह त्रिदोष हर है अमृत से बात मधुर सीट से पित्त तथा रुक्ष कसाय होने के कारण कप का नाश करता है 
आंवला के फायदे कुष्ठ को ज्वार को नष्ट करने वाला रसायन है हृदय को बोल देने वाला सूरत स्थापन वृक्षों और गर्भ स्थापन है आंवला कफ नाशक कुष्ठ को नष्ट करता है तथा आंखों के लिए हितकारी है अग्नि दीपक और विषम ज्वर को नष्ट करता है आंवला हरण पीपली सब प्रकार के बुखार को नष्ट करता है आंवला थोड़ा मधुर कथाएं कटु आंखों के लिए हितकारी है त्रिदोष नाशक वृक्ष शुक्र वर्धक है 
आंवले क फायदे "Amla ke fayde " benefits of indian gooseberryदेसी नुक्से ग्राम आंवले  के फलों को कूट कर दो घंटे तक आधा किलो ग्राम पानी में उबालकर उसे जेल को छानकर दिन में तीन बार आंखों में डालने से नेत्र रोगों में बहुत लाभ होता है वृक्ष पर लगे आंवले छेद करने से जो द्रव्य पदार्थ निकलता है उसका आंख में बाहर चारों ओर लिप करने से आंख में शुक्ला भाग को शोध मिट्टी है आंवले के रस को आंखों में डालने तथा सहजन के पत्तों का रस 4 ग्राम तथा सेंधा नमक 250 मिलीग्राम उन्हें एक साथ मिलकर परिषेचना करने से न्यूनतम अभियान नष्ट होता है आंवले के फायदे केस कल्प- सूखे आंवले 30 ग्राम बहेड़ा 10 ग्राम आम की गुठली गिरी 50 ग्राम लोह चूर्ण 10 ग्राम रात भर कढ़ाई में भिगोकर रखें बालों पर इसका नित्य प्रतिलिपि करने से छोटी आयु में सफेद हुए बाल कुछ ही दिनों में काले पड़ जाते हैं 
आंवला रीठा शिकाकाई तीनों का क्वाथ बनाकर सिर धोने से बाल मुलायम घने और लंबे होते हैं ब्रह्मनी आंवला केश तेल भी बालों के लिए अच्छा होता है आम ले और आम की गुठली की मजा को साथ पीसकर सिर में लगाने से लंबे केश पैदा होते हैं
 नकसीर में जामुन आम तथा आंवला के कांजी आदि से बारीक पीसकर मस्तक पर लेप करने से नासिका में प्रवृत्त रक्त इस प्रकार रुक जाता है जिस प्रकार जल का भेद सेतुबंध से स्वर्वेद- आजअमोदा हल्दी आंवला यवक्षार चित्रक  को समान मात्रा में मिलकर एक से दो ग्राम चूर्ण को दो चम्मच शहद तथा एक चम्मच जी के साथ चाटने से स्वर्वेद दूर होता है पीपली आंवला सौतिन के 2-2 ग्राम चूर्ण मैं 10 ग्राम गुड़ तथा एक चम्मच मधु मिलाकर बार-बार प्रयोग करने से हिक्का तथा श्वास रोग शांत होता है 
आंवला के 10 से 20 ग्राम रस में दो से तीन ग्राम पीपल का चूर्ण दो चम्मच शहर के साथ दिन में दो बार सेवन करने से हिचकी में लाभ होता है उल्टी बमन मैं आंवला के फायदे हिचकी तथा उल्टी में आंवला का 10 से 20 मिलीलीटर रस 5 से 10 ग्राम मिली मिलाकर देने से आराम होता है यह दिन में दो-तीन बार दिया जा सकता है 10 से 15 ग्राम चूर्ण पानी के साथ ही दिया जा सकता है तेरे दोस्त जनित सर्दी में आंवला तथा दाग को पीस कर 40 ग्राम गुड़ 40 ग्राम मधु और 160 ग्राम जल मिलाकर कपड़े में छानकर पीना चाहिए आंवला के 20 ग्राम स्वरस में एक ग्राम मधु और 10 ग्राम सफेद चंदन का चूर्ण मिलाकर पिलाने से बामन बंद होता है

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